दोस्ती की रिश्ता!!
खामोश रात के पहलू में सितारे नहीं होते,
इन रुखी आँखों में रंगीन नज़ारे न ।
हम भी न करते आपका परवाह,
अगर आप इतने प्यारे न होते।।
दोस्ती शायद जिंदगी होती है,
जो हर दिल में बसी होती है,
वैसे तो जी लेते है सभी अकेले मगर,
फिर भी ज़रूरत इनकी हर किसी को होती है..!!
तनहा हो कभी तो मुजको दूड़ना,
दुनिया से नहीं अपने दिल से पूछना,
आस पास ही कही बसे रहते है हम,
यादो से नहीं साथ गुज़रे लम्हों से पूछना..!!
2 comments:
बेहतरीन।
unmukthji:- Dhanyavadh :)
Post a Comment